दोस्त तो बहुत मिले है
पर तुम सा यार कोई नही
रिश्ते अंगिनत मिले है
पर तुम सा बंधन कोई नही
मतलब के लोग बहुत मिले है
पर तुम सा निस्वार्थी कोई नही
साथ निभाने वाले बहुत मिले है
पर तुम सा साथी कोई नही
दिल वाले बहुत मिले है
पर तुम सा दिलदार कोई नही
सुख की छावं साझा करने वाले बहुत मिले है
पर तुम सा दुख बाँटने वाला कोई नही
मुखौटो पर मुखैटे बहुत मिले है
पर तुम सा साफ़ दिल कोई नही
भीड़ मे अपने बहुत मिले है
पर तुम सा अपना कोई नही
दोस्ती की कसमे खाने वाले बहुत मिले है
पर तुम सा इसके मायने समझने वाला कोई नही
दोस्ती की मिसाले बहुत मिली है
पर तुम जैसी इसकी परिभाषा कोई नही....
©vibespositiveonly
No comments:
Post a Comment