हमेशा ये क्यूँ कहते रहे...
बेटी सबका ख्याल रखना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी अपना भी ध्यान रखना..
बेटी सबको खुश रखना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी तुम भी खिलखिला कर हँसना..
बेटी सबकी इच्छाएं पूरी करना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी अपनी चाहत कभी मत दबाना..
बेटी सबका आदर करना,मान करना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी अपना सम्मान सबसे आगे रखना..
बेटी रिश्तों की गरिमा के लिए चुप रह जाना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी अपनी गरिमा के लिए आवाज़ ज़रुर उठाना..
बेटी रिश्ते की मर्यादा के लिए थोड़ा सह जाना
कभी ये क्यूँ नहीं कहा
बेटी तुम्हारी मर्यादा कोई रोंदे तो मत सहना..
बेटी हर दिन दूसरों के लिए साँस लेना
पर
एक दिन तू खुद के लिए भी जीना...
©vibespositiveonly
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